कितना अजीब.....

शख्सियत....

मेरी शायरी में मेरी शख्सियत तलाशने की कोशिश न करो दोस्त  ।  

जब कोई कहता है की खुद को मेरी जगह रख के सोचो तो सोच लेता हूँ   ।। 

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